Dear India Tv/Hindi News : 2024-25 के बजट में नौकरियों और ग्रामीण विकास पर अधिक खर्च करने और राज्यों को अधिक धनराशि हस्तांतरित करने के बीच संतुलन बनाया गया है। हालांकि, रेलवे के लिए बड़ी घोषणाओं पर यह काफी हद तक चुप रहा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 83 मिनट लंबे बजट भाषण के दौरान रेलवे का केवल एक बार उल्लेख किया गया।
सोमवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में कहा गया कि नई लाइनों के निर्माण, गेज परिवर्तन और दोहरीकरण में महत्वपूर्ण निवेश के साथ पिछले पांच वर्षों में रेलवे पर पूंजीगत व्यय में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2019-2020 में पूंजीगत व्यय 1.48 लाख करोड़ था जिसे 2023-24 में बढ़ाकर ₹ 2.62 लाख करोड़ कर दिया गया।
Indian रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “2014 से पहले रेलवे के लिए पूंजीगत व्यय पर निवेश 35,000 करोड़ रुपये के करीब हुआ करता था और 35,000 करोड़ रुपये से बढ़ा कर 2.62 लाख करोड़ रुपये है।मैं रेलवे में इस तरह के निवेश के लिए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री का बहुत आभारी हूं।”
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे ट्रैक विद्युतीकरण के मामले में पिछली सरकारों की तुलना में इसमें काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, “40,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया है। 31,000 किलोमीटर नई रेलवे ट्रैक का निर्माण किया गया है। 2014 से पहले विद्युतीकरण को देखें, तो पिछले 60 वर्षों में केवल 20,000 किलोमीटर का विद्युतीकरण किया गया था।”
Indian रेलवे में सुधार और निवेश
पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने पर बहुत ध्यान केंद्रित किया है कि नींव ठीक से तैयार हो। सुरक्षा पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है। पिछले वर्ष सुरक्षा संबंधी गतिविधियों में निवेश ₹ 98,000 करोड़ था, इस वर्ष सुरक्षा संबंधी गतिविधियों के लिए आवंटन ₹ 1,08,000 करोड़ है। जिससे की पुरानी पटरियों को बदला जा सके और नई सिग्नलिंग प्रणाली स्थापित की जा सके। कवच 4.0 को अब पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
वंदे भारत में कवच सुरक्षा, तेज़ गति, स्वचालित प्लग दरवाजे, रिक्लाइनिंग एर्गोनोमिक सीटें और कार्यकारी वर्ग में घूमने वाली सीटों के साथ आरामदायक बैठने की सुविधा जैसी कई विशेषताएं हैं।
India me गैर-ए/सी कोच की बढ़ती मांग
अधिक से अधिक लोग गैर-ए/सी सेगमेंट के लिए यात्रा सेवाओं की मांग कर रहे हैं। इसलिए हमने एक विशेष अभियान चलाया है। हम 2,500 गैर-ए/सी कोच बना रहे हैं और आने वाले तीन वर्षों में हम नियमित उत्पादन कार्यक्रम के अलावा 10,000 अतिरिक्त गैर-एसी कोच बनाएंगे। रेलवे का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कम आय वाले परिवार और मध्यम वर्ग वाले परिवार सस्ती कीमत पर सुरक्षित और अरामदायक यात्रा कर सकें।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एनडीए सरकार पर कमजोर रेल बजट पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि रेलवे “न इधर का, न उधर का” हो गया है। खड़गे ने कहा कि हर दिन रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं,लाखो लोगो की जान रही जा है , ट्रेनें रोक दी गई हैं, कोचों की संख्या कम कर दी गई है, आम यात्री परेशान हैं,लोगो को बहुत सारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है , लेकिन बजट में रेलवे के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।