अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden ने इजरायल के प्रति अपने देश के अटूट समर्थन की पुष्टि की है। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब इजरायल और हमास के बीच युद्ध एक वर्ष पूरा कर चुका है। अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा किए गए हमले की पहली वर्षगांठ पर, बाइडन ने इस्राइल के साथ अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि देश अपने साथी राष्ट्र के साथ खड़ा रहेगा, खासकर मौजूदा कठिन समय में।
राष्ट्रपति Joe Biden ने इजरायल और मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के प्रति अमेरिका की भूमिका को स्पष्ट किया। उन्होंने हमास के हमलों की कड़ी निंदा की और कहा कि अमेरिका इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश इजरायल की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए मिलकर काम करेंगे।
बाइडन प्रशासन का यह कदम तब आया है जब इजरायल ने गाजा पट्टी में जमीनी अभियान शुरू कर रखा है, और वहां संघर्ष की स्थिति बहुत गंभीर है। इजरायली रक्षा बलों और हमास के बीच जारी संघर्ष में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों घायल हुए हैं।
अमेरिका का मध्य पूर्व में लंबे समय से एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। Joe Biden ने स्पष्ट किया कि उनका प्रशासन इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच शांति प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने का प्रयास करेगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमास जैसे आतंकवादी संगठनों की हिंसा को सहन किया जाएगा। बाइडन ने जोर देकर कहा कि इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है और अमेरिका इस अधिकार का पूर्ण समर्थन करता है।
इसके साथ ही बाइडन ने मध्य पूर्व में सहयोगी देशों से भी अनुरोध किया है कि वे क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने ईरान जैसे देशों को भी चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने किसी तरह का उकसाने वाला कदम उठाया, तो अमेरिका इससे निपटने के लिए तैयार है।
Joe Biden की यह घोषणा अमेरिकी राजनीति में भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, खासकर आगामी अमेरिकी चुनावों के संदर्भ में। विदेश नीति हमेशा अमेरिकी चुनावों में एक बड़ा मुद्दा रही है, और Joe Biden का इजरायल के प्रति समर्थन इस बात को दर्शाता है कि वह विदेश नीति में अपने अनुभव और नेतृत्व को मजबूत बनाना चाहते हैं। इसके अलावा, यह कदम अमेरिका के यहूदी समुदाय और इजरायल समर्थकों के बीच बाइडन के समर्थन को और पुख्ता कर सकता है।
हालांकि, कुछ राजनीतिक विश्लेषक यह भी मानते हैं कि इजरायल के प्रति अत्यधिक समर्थन से Joe Biden की घरेलू राजनीति में कुछ विरोध भी उत्पन्न हो सकता है, खासकर डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रगतिशील धड़े से, जो फिलिस्तीनी नागरिकों के अधिकारों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।
राष्ट्रपति Joe Biden की इजरायल के प्रति समर्थन की घोषणा एक महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाक्रम है, जो न केवल अमेरिका और इजरायल के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में है, बल्कि मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने के प्रयासों को भी दिशा प्रदान करता है। इस घोषणा के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में अमेरिका और इजरायल के बीच कूटनीतिक संबंधों में क्या बदलाव आता है और इसका वैश्विक राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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