Prayagraj

Prayagraj में यूपीपीएससी (उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। ‘पीसीएस प्री’ और ‘आरओ-एआरओ’ परीक्षा को लेकर पिछले चार दिनों से छात्र आयोग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि गुरुवार सुबह सादे कपड़ों में आए पुलिसकर्मियों ने छात्रों को जबरन उठाया और घसीटते हुए वहां से ले गए। प्रदर्शन में शामिल एक छात्रा ने पुलिस पर बदसलूकी का भी आरोप लगाया है।

Prayagraj : क्यों हो रहा है प्रदर्शन?

यूपीपीएससी ने हाल ही में घोषणा की कि पीसीएस प्री 2024 और आरओ/एआरओ प्रीलिम्स 2023 परीक्षाएं दो दिनों में और दो शिफ्ट्स में आयोजित की जाएंगी। अभ्यर्थी इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं और उनकी मांग है कि परीक्षाएं पहले की तरह एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएं। उनका मानना है कि दो दिन की परीक्षा के कारण नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू की जाएगी, जो उनके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

क्या है नॉर्मलाइजेशन सिस्टम?

नॉर्मलाइजेशन सिस्टम का उद्देश्य अलग-अलग शिफ्ट्स में प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर में अंतर को संतुलित करना है। यदि कोई परीक्षा एक से अधिक शिफ्ट में आयोजित होती है, तो प्रत्येक शिफ्ट के अंक परसेंटाइल के आधार पर स्केल किए जाते हैं। अभ्यर्थियों का तर्क है कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं है, क्योंकि इससे अधिक अंक प्राप्त करने के बावजूद किसी कैंडिडेट का परसेंटाइल कम हो सकता है।

Prayagraj : छात्रों की मांगें और उनके तर्क

अभ्यर्थियों का कहना है कि एक ही दिन में परीक्षा कराने से नॉर्मलाइजेशन की समस्या नहीं होगी। उनका कहना है कि अक्सर पहली और दूसरी शिफ्ट में प्रश्नों की कठिनाई में अंतर होता है, जो कि छात्रों के स्कोर पर असर डालता है। छात्रों का यह भी कहना है कि अगर परीक्षा में गलत प्रश्न होते हैं तो इससे परीक्षार्थियों के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ता है, जिसका हल केवल एक दिन और एक शिफ्ट में परीक्षा कराने से हो सकता है।

Prayagraj : प्रदर्शन में पुलिस का हस्तक्षेप

गुरुवार को पुलिस ने धरने पर बैठे कुछ छात्रों को जबरन उठाया, जिससे प्रदर्शन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने 11 छात्रों को हिरासत में लिया और उन पर शांति भंग की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले बुधवार शाम को भी पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में लिया था, जो एक कोचिंग लाइब्रेरी को बंद कराने की कोशिश कर रहे थे।

अभ्यर्थियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करते रहेंगे। उनका मानना है कि परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन सिस्टम को हटाना और परीक्षा एक दिन में कराना ही उनके लिए लाभदायक होगा। यूपीपीएससी परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर छात्रों का यह विरोध एक बड़े मुद्दे को दर्शाता है। इस पर आयोग का निर्णय आने वाले दिनों में परीक्षा प्रणाली पर व्यापक असर डाल सकता है।

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