Devendra Fadnavis

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने अपने पहले एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर बात की। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में बीजेपी और सहयोगी दलों की सरकार बनने में ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आइए, उनके विचारों को विस्तार से समझते हैं।

चुनाव में निर्णायक जीत का श्रेय जनता को

Devendra Fadnavis ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और उनके गठबंधन ने जनता का विश्वास जीता। उन्होंने इसे जनता का निर्णायक जनादेश बताया। “हमारे प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारा लोगों को सुरक्षा और स्थिरता की भावना देने में सफल रहा। इस नारे ने मतदाताओं के बीच सकारात्मक प्रभाव डाला,” Devendra Fadnavis ने कहा।

उन्होंने बताया कि इस बार विभाजन की राजनीति को जनता ने खारिज किया। उन्होंने कहा, “लाडकी बहिण, मुफ्त बिजली, और शिक्षा जैसी योजनाओं ने भी चुनावी परिणामों पर गहरा प्रभाव डाला।”

बीजेपी से ही होगा मुख्यमंत्री : पहली बैठक में हुई सहमति

Devendra Fadnavis ने बताया कि चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बैठक में ही एकनाथ शिंदे ने साफ कर दिया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी से ही बनेगा। “एकनाथ शिंदे ने इस बात को समझा कि बीजेपी को 137 सीटों के साथ सबसे बड़ा जनादेश मिला है। उन्होंने खुद सीएम बनने की दावेदारी नहीं की,” Devendra Fadnavis ने कहा। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के मन में अपने नेता का मान रखने की भावना स्वाभाविक होती है।

‘एक हैं तो सेफ हैं’ ने कैसे किया काम?

Devendra Fadnavis ने बताया कि ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारा चुनाव में एक गेम-चेंजर साबित हुआ। “इस नारे ने लोगों को भरोसा दिया कि एकता ही सुरक्षा है। विभाजनकारी राजनीति को इस नारे ने हरा दिया। बीजेपी ने इस नारे के साथ एक सकारात्मक संदेश दिया,” उन्होंने कहा।

जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ से ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे पर कैसे शिफ्ट किया, तो उन्होंने कहा, “हमें आधे भरे गिलास को देखना चाहिए। यह बदलाव रणनीतिक था और लोगों के विश्वास को जीतने में कारगर रहा।”

सीएम पद स्वीकारने पर Devendra Fadnavis का बयान

Devendra Fadnavis ने बताया कि बीजेपी ने जब उन्हें मुख्यमंत्री पद संभालने को कहा, तो उन्होंने इसे पार्टी की मजबूती के लिए स्वीकार किया। “पार्टी में अगर मजबूत नेतृत्व सरकार में नहीं होगा, तो पार्टी को आगे ले जाना मुश्किल हो जाता है।” उन्होंने कहा कि शिंदे के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध भी अच्छे हैं, जिससे गठबंधन को मजबूती मिलती है।

मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों पर सहमति

Devendra Fadnavis ने कहा कि 16 दिसंबर से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। “लगभग सभी विभागों पर सहमति बन चुकी है। गृह विभाग हमेशा से हमारे पास रहा है और आगे भी बीजेपी के पास रहेगा।”

जब उनसे पूछा गया कि क्या शिंदे ने किसी मंत्रालय की मांग की है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि शिंदे ने अभी तक कोई मांग नहीं की है। “जब मांग आएगी, तो हम उस पर चर्चा करेंगे,” उन्होंने कहा।

नए मंत्रिमंडल से उम्मीदें

महाराष्ट्र की नई सरकार से जनता को काफी उम्मीदें हैं। Devendra Fadnavis ने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार सभी वादों को पूरा करेगी और राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य जनता की सेवा करना और महाराष्ट्र को आगे बढ़ाना है।”

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