Farmers Delhi march

Farmers Delhi march : शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन की स्थिति ,पिछले 8 महीने से शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच करने की योजना बनाई है। यह ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के नाम से जाना जा रहा है, जिसमें किसान बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के पैदल दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। दोपहर 1 बजे 101 किसानों का पहला जत्था रवाना होने के लिए तैयार हुआ।

Farmers Delhi march : सुरक्षा कड़ी और पुलिस की तैयारी

किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा और दिल्ली पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। सार्वजनिक सभाओं और जुलूसों पर रोक लगा दी गई है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है, जबकि पानी की तोपों का भी इंतजाम किया गया है।

Farmers Delhi march : आंसू गैस का प्रयोग और एक किसान की गिरफ्तारी

जैसे ही किसान बैरिकेड की पहली लेयर को हटाकर आगे बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान एक किसान को गिरफ्तार भी किया गया। किसान नेताओं का कहना है कि उनके द्वारा प्रदर्शन शांतिपूर्वक किया जा रहा है, फिर भी पुलिस की कार्रवाई से आंदोलनकारियों में उत्तेजना है।

Farmers Delhi march : हरियाणा में इंटरनेट सेवा बंद

किसान आंदोलन की स्थिति को देखते हुए अंबाला में आज से 9 दिसंबर तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। सरकार ने यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया है। अंबाला के कुछ विशेष गांवों जैसे डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, आदि में इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई है।

किसान नेताओं की प्रतिक्रिया किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल का कहना है कि वे पिछले 8 महीनों से धरने पर हैं और उनके ट्रैक्टरों को मॉडिफाइड कहकर उन पर आरोप लगाए गए, इसलिए उन्होंने पैदल दिल्ली जाने का निर्णय लिया।

Farmers Delhi march : किसानों की तैयारी और यात्रा का मार्ग

Farmers Delhi march

किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू, सुरिंदर सिंह चौटाला, सुरजीत सिंह फूल और बलजिंदर सिंह इस आंदोलन में शामिल होंगे। पहला जत्था अंबाला के जग्गी सिटी सेंटर, मोहरा अनाज मंडी, खानपुर जट्टन और हरियाणा के पिपली से गुजरते हुए दिल्ली के लिए रवाना होगा। किसान दिन में 9 बजे से शाम 5 बजे तक यात्रा करेंगे और रात सड़क पर बिताएंगे।

कृषि संगठनों की दूरी संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने इस मार्च से खुद को अलग कर लिया है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्होंने इस मार्च में शामिल होने के लिए संपर्क नहीं किया, इसलिए वे इसका समर्थन नहीं करेंगे। ऑल इंडिया किसान सभा (AIKS) के नेता हन्नान मोल्लाह ने भी पुष्टि की कि SKM इस विरोध मार्च का हिस्सा नहीं है।

Farmers Delhi march : हरियाणा मंत्री का बयान

हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसानों को बिना अनुमति के दिल्ली जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए किसान नेताओं से दिल्ली कूच को स्थगित करने की अपील की।किसानों का दिल्ली मार्च एक बार फिर से राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा रहा है। सरकार और किसानों के बीच के इस संघर्ष का परिणाम आगे आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।

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