पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और हिंसा के मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सख्त शब्दों में कहा कि बांग्लादेश में जो घटनाएं हो रही हैं, वे सही नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी आगाह किया कि भारत में ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए, जिससे यहां के माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़े। ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार दंगे नहीं चाहती, बल्कि शांति की पक्षधर है।
‘दंगे नहीं चाहते, शांति बनाए रखें’
Mamata Banerjee ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व और एक खास राजनीतिक दल फर्जी वीडियो फैलाकर स्थिति को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस स्थिति को राजनीति से दूर रखें और जिम्मेदारीपूर्वक व्यवहार करें। उन्होंने कहा, “हम दंगे नहीं चाहते, शांति चाहते हैं। लेकिन ऐसी कोई हरकत न करें जिससे दोनों तरफ के लोगों को नुकसान पहुंचे।”
सीमा सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत
बांग्लादेश से लोगों के पलायन पर टिप्पणी करते हुए Mamata Banerjee ने बताया कि बीएसएफ सीमा पर निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा, “बहुत से लोग दूसरी तरफ से यहां आना चाहते हैं, लेकिन यह मुद्दा हमारी प्राथमिकता नहीं है। हमारा ध्यान शांति और स्थिरता बनाए रखने पर है।”
‘आप कब्जा करेंगे और हम लॉलीपॉप खाएंगे?’
Mamata Banerjee ने आलोचकों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग सोचते हैं कि वे भारत पर कब्जा कर लेंगे, उन्हें अपनी सोच बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा, “आप कब्जा करेंगे और हम लॉलीपॉप खाएंगे, ऐसा बिल्कुल मत सोचिए। हम अविभाजित भारत के लोग हैं और हमारे मूल्य सबके लिए समान हैं।”
बांग्लादेश की राजनीति से भारत का कोई लेना-देना नहीं
Mamata Banerjee ने साफ किया कि भारत का बांग्लादेश की राजनीति से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे किसी भी तरह की उकसावे वाली बातों से बचें। ममता ने कहा, “हमें शांति और सद्भाव बनाए रखना है। अगर कोई हमें अलग करने की कोशिश करे, तो उसका मजबूती से प्रतिरोध करें।”
प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय से अपील
एक सप्ताह पहले Mamata Banerjee ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री से आग्रह किया था कि वे बांग्लादेश की सरकार से बातचीत करें। उन्होंने कहा था, “अगर वहां अत्याचार जारी रहा, तो हम अपने लोगों को वापस लेने के लिए तैयार हैं। हम आधी रोटी खाकर भी उनका ख्याल रखेंगे।”
अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की निंदा
Mamata Banerjee ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म या जाति पर अत्याचार स्वीकार्य नहीं है। उनका कहना था कि भारत को ऐसी स्थिति में करुणा और सहानुभूति दिखानी चाहिए।
सीमा पर शांति की अपील
Mamata Banerjee ने अपनी बात खत्म करते हुए सभी से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार की भड़काऊ बयानबाजी से बचें। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी परंपराओं और मूल्यों को बनाए रखना चाहिए और शांति और सौहार्द का संदेश देना चाहिए।
इस बयान से ममता बनर्जी ने जहां बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चिंता जताई, वहीं भारत में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपील भी की। उनकी टिप्पणी का उद्देश्य दोनों देशों के बीच तनाव कम करना और राजनीतिक लाभ लेने वालों को आगाह करना था।
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