भारतीय तेज गेंदबाज Mohammad Shami का ऑस्ट्रेलिया दौरा एक बार फिर अनिश्चितता के घेरे में है। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के हालिया बयान ने स्थिति को और उलझा दिया है। शमी फिलहाल बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल में बंगाल की टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
फिटनेस पर उठे सवाल
Mohammad Shami पिछले महीने टखने की चोट से उबरने के बाद से बंगाल के लिए लगातार नौ मैच खेल चुके हैं। उनकी फिटनेस को लेकर बीसीसीआई लगातार निगरानी कर रही है। हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान शमी के घुटने में फिर से सूजन आ गई थी। यह समस्या उनके टेस्ट क्रिकेट में वापसी की तैयारी में बाधा बन सकती है।
बीसीसीआई की चिंता और निगरानी
भारतीय क्रिकेट बोर्ड Mohammad Shami की फिटनेस को लेकर पूरी तरह सतर्क है। बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अनुसार, शमी का हाल ही में फिटनेस टेस्ट हुआ है, लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजने की योजना अभी तक तय नहीं हुई है। बोर्ड का मानना है कि 34 वर्षीय Mohammad Shami लंबी गेंदबाजी स्पेल डालने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं। इसलिए, एक्सीलेंस सेंटर के विशेषज्ञ उनकी फिटनेस पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं।
रोहित शर्मा का बयान और आगे की रणनीति
दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से 10 विकेट से हारने के बाद, भारतीय टीम की गेंदबाजी पर सवाल उठे। जसप्रीत बुमराह की वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर भी चिंता है। इस बीच, रोहित ने शमी को टीम में वापस लाने का संकेत दिया, लेकिन उन्होंने सावधानी बरतने की बात भी कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीम शमी पर दबाव नहीं डालना चाहती, क्योंकि इससे उनकी स्थिति और खराब हो सकती है।
शमी का ऑस्ट्रेलिया दौरा अब भी संशय में है। बीसीसीआई उनकी फिटनेस और तैयारी को लेकर निर्णय लेने में जल्दबाज़ी नहीं करना चाहती। बंगाल टीम भले ही उनकी फिटनेस को लेकर संतोषजनक दिख रही हो, लेकिन भारतीय टीम के लिए उनकी वापसी की राह अभी भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
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