उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। राष्ट्रीय राजधानी Delhi में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 4°C तक गिरने का अनुमान है। बुधवार को यहां का न्यूनतम तापमान 4.9°C दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, Delhi के अलावा राजस्थान, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में भी शीतलहर का प्रकोप जारी है।
शीतलहर का प्रभाव और Delhi का ठंडा मौसम
IMD ने Delhi में साफ आसमान और अलग-अलग स्थानों पर शीतलहर की स्थिति की भविष्यवाणी की है। मंगलवार सुबह इंडिया गेट पर चल रही उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं (8-10 किमी/घंटा) ने तापमान में गिरावट ला दी। सुबह और रात में धुंध और कोहरे की संभावना जताई गई है। विशेषज्ञों ने बताया कि ठंडी हवाओं की रफ्तार दोपहर में बढ़कर 16 किमी/घंटा तक जा सकती है।
14 वर्षों में पहली बार दिसंबर में 5°C से नीचे तापमान
IMD के अनुसार, 14 सालों में पहली बार दिल्ली का न्यूनतम तापमान दिसंबर में 5°C से नीचे गया है। इससे पहले, 6 दिसंबर 1987 को 4.1°C का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। इस साल दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड ने नया रिकॉर्ड बनाया है, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
उत्तर भारत में बर्फबारी और शीतलहर का असर
जम्मू-कश्मीर में ताजा बर्फबारी हुई है, जिससे वहां के तापमान में और गिरावट आई है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी सर्द हवाओं और बर्फबारी के कारण ठंड चरम पर है। मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर का असर साफ दिखाई दे रहा है। राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा के लोग भी कड़ाके की सर्दी का सामना कर रहे हैं।
आने वाले दिनों का मौसम पूर्वानुमान
IMD के मुताबिक, अगले 4-5 दिनों में उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में खास बदलाव की संभावना नहीं है। 13 दिसंबर को भी दिल्ली में शीतलहर के हालात बने रहेंगे। सुबह और रात में कोहरे और धुंध की स्थिति रह सकती है। ठंडी हवाएं दिन में बढ़ेंगी और शाम को फिर धीमी हो जाएंगी।
दिल्ली और उत्तर भारत के लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों और हीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह ठंड न केवल जीवन को प्रभावित कर रही है बल्कि लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर रही है।
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