Road Accidents : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में एक चौंकाने वाला तथ्य साझा किया। उन्होंने बताया कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए 1.78 लाख लोगों में से 60% लोग 18 से 34 वर्ष के आयु वर्ग के हैं। यह आंकड़ा युवा पीढ़ी के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
Road Accidents : उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक दुर्घटना मृत्युदर
नितिन गडकरी ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं, जहां 23,000 से अधिक लोगों की जान गई, जो कुल सड़क दुर्घटना मृत्युदर का 13.7% है। इसके बाद तमिलनाडु में 18,000 से अधिक मौतें (10.6%) दर्ज की गईं। महाराष्ट्र ने 15,000 से अधिक मौतों (9%) और मध्य प्रदेश ने 13,000 मौतों (8%) की सूचना दी।
Road Accidents : दिल्ली शहरों में सबसे आगे
शहरों की बात करें तो, दिल्ली में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या सबसे अधिक है, जहां 1,400 से अधिक लोगों की जान गई। इसके बाद बेंगलुरु में 915 और जयपुर में 850 मौतें दर्ज की गईं। यह आंकड़े बताते हैं कि शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है।
Road Accidents : कानून का डर खत्म, सुरक्षा के प्रति उदासीनता
गडकरी ने कहा कि देश में ट्रैफिक नियमों को लेकर लोगों में डर की कमी है। उन्होंने हेलमेट न पहनने और लाल बत्ती पार करने जैसे नियम तोड़ने के उदाहरण दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब वे अंतरराष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सम्मेलनों में भाग लेते हैं, तो उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है। गडकरी ने बताया कि जब उन्होंने मंत्री पद संभाला था, तो उन्होंने दुर्घटनाओं को 50% तक कम करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह अभी तक हासिल नहीं हो पाया।
गडकरी का व्यक्तिगत अनुभव
सड़क दुर्घटनाओं के खतरों को समझाने के लिए गडकरी ने अपने जीवन का एक निजी अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले उनके परिवार के साथ एक बड़ी दुर्घटना हुई थी, जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। इस दुर्घटना के बाद उन्होंने सड़क सुरक्षा के महत्व को और गहराई से समझा और इस दिशा में कई प्रयास शुरू किए।
Road Accidents : समाधान और सुझाव
भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है। बढ़ती दुर्घटनाओं के पीछे मुख्य कारण ट्रैफिक नियमों का पालन न करना, ओवरस्पीडिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना और वाहन चालकों की लापरवाही है। सरकार और जनता को मिलकर सड़क सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने और सख्त कानून लागू करने की आवश्यकता है।
भारत में हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने और दूसरों के जीवन की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करे। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सामूहिक प्रयास और सतर्कता की जरूरत है।
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