Delhi Assembly Elections 2025

Delhi Assembly Elections 2025 : कांग्रेस ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने 21 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में अनुभवी नेताओं और नए चेहरों का मिश्रण है। सबसे बड़ी खबर यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से उतारा गया है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से ही चुनाव लड़ेंगे या किसी अन्य सीट से।

Delhi Assembly Elections 2025 : नई दिल्ली से संदीप दीक्षित बनाम अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली सीट पर कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दीक्षित ने कहा, “मैं पार्टी का आभारी हूं कि उसने मुझे यह जिम्मेदारी दी। पिछले 10 वर्षों में मैंने इस सरकार की गलतियों और विफलताओं को उजागर किया है। दिल्ली के लोग शीला दीक्षित के कार्यकाल को आज भी याद करते हैं। यह चुनाव तय करेगा कि क्या ऐसा मुख्यमंत्री किसी भी राज्य के लिए चुना जाना चाहिए।”

संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि उनका काम करने का तरीका बेहद सस्ता और गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मकसद दिल्ली के लोगों को विश्वास दिलाना है कि उनके सपनों की दिल्ली केवल कांग्रेस ही बना सकती है।

Delhi Assembly Elections 2025 : अनुभवी नेताओं और नए चेहरों का मेल

कांग्रेस ने इस बार टिकट वितरण में अनुभव और युवा जोश दोनों का ध्यान रखा है। कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में अरुणा कुमारी (नरेला), शिवांक सिंघल (आदर्श नगर), जय किशन (सुल्तानपुर माजरा – एससी), और रागिनी नायक (वजीरपुर) शामिल हैं। वरिष्ठ नेता हारून यूसुफ को बल्लीमारान से टिकट दिया गया है, जबकि अभिषेक दत्त को कस्तूरबा नगर से मौका दिया गया है।

पार्टी ने मंगेश त्यागी (बुराड़ी), रोहित चौधरी (नांगलोई जाट), मुदित अग्रवाल (चांदनी चौक), और अली महंदी (मुस्तफाबाद) जैसे उम्मीदवारों को भी मौका दिया है। पटपड़गंज से अनिल कुमार को आप उम्मीदवार अवध ओझा के खिलाफ उतारा गया है।

Delhi Assembly Elections 2025 : कांग्रेस का उद्देश्य दिल्ली में नई शुरुआत

कांग्रेस ने अपनी सूची के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह दिल्ली में अपनी मजबूत वापसी के लिए तैयार है। पार्टी ने नर्मदा, गरीब और मजदूर वर्ग के मुद्दों को प्राथमिकता देने वाले उम्मीदवारों को उतारा है। वरिष्ठ और युवा नेताओं का यह गठजोड़ कांग्रेस की रणनीति को मजबूती देता है।

कांग्रेस ने इस सूची से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह आम आदमी पार्टी और बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। अब देखना यह होगा कि जनता किस पार्टी को अपना समर्थन देती है।

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