हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के कांग्रेस में शामिल होने के एक दिन बाद, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता Brij Bhushan Sharan Singh ने कांग्रेस पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ये घटनाएँ दो साल पहले से ही चल रही साजिश का हिस्सा थीं। Brij Bhushan Sharan Singh ने यह भी दावा किया कि पहलवानों का उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन, जिसमें यौन उत्पीड़न के आरोप शामिल थे, दरअसल एक राजनीतिक खेल था, जो कांग्रेस ने रचा था।
Brij Bhushan Sharan Singh ने शनिवार को कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “करीब दो साल पहले, 18 जनवरी को इन खिलाड़ियों ने एक साजिश शुरू की थी। उस वक्त ही मैंने कहा था कि यह सिर्फ खेल से जुड़ा आंदोलन नहीं, बल्कि एक राजनीतिक साजिश है। इसमें कांग्रेस का हाथ था, और दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा भी इसके प्रमुख चेहरे थे। पूरी कहानी पहले से लिखी हुई थी। यह खिलाड़ियों का नहीं, बल्कि कांग्रेस का आंदोलन था। अब, दो साल बाद, यह साफ हो चुका है कि इस पूरे नाटक के पीछे कांग्रेस ही थी।”
Brij Bhushan Sharan Singh ने यह बयान पीटीआई से बात करते हुए दिया, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पहलवानों के विरोध के पीछे राजनीतिक मंशा छिपी हुई थी।
भाजपा नेता और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख Brij Bhushan Sharan Singh ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने विशेष रूप से भूपेंद्र हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी, और राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि पहलवानों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ है। Brij Bhushan ने आरोप लगाया कि यह पूरा आंदोलन कांग्रेस की राजनीतिक साजिश का हिस्सा था, न कि महिलाओं के सम्मान की लड़ाई।
Brij Bhushan Sharan Singh ने कहा, “यह पहलवानों का नहीं, बल्कि कांग्रेस का आंदोलन था। भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा इस साजिश के मुख्य नेता थे। हरियाणा की बेटियों को इस राजनीति के चलते शर्मिंदगी उठानी पड़ी, और इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, हम नहीं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि जिस दिन उन पर लगे आरोपों का खंडन होगा, उस दिन कांग्रेस और उनके समर्थक क्या जवाब देंगे। Brij Bhushan ने कहा, “कांग्रेस ने बेटियों का इस्तेमाल सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए किया। उनका असली मकसद महिलाओं के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ना नहीं, बल्कि अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना था।”
Brij Bhushan Sharan Singh ने शुक्रवार को भी बयान दिया था कि कांग्रेस को लगता है कि वे हरियाणा में विधानसभा चुनाव जीत सकते हैं, लेकिन उन्हें भाजपा के किसी छोटे से उम्मीदवार से भी हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी पार्टी उन्हें निर्देश देती है, तो वे चुनाव प्रचार के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उन्हें अपने समुदाय से पूरा समर्थन मिलेगा।
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले, पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता Brij Bhushan Sharan Singh ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह राजनीतिक खेल कई साल पहले ही शुरू हो चुका था, जिसमें पहलवानों को मोहरा बनाया गया। Brij Bhushan Sharan Singh ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि मुझे उनके समुदाय से समर्थन मिलेगा, और मैं भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करने को पूरी तरह से तैयार हूं।”
Brij Bhushan ने पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहलवानों के आंदोलन का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए किया। उनका आरोप है कि “पहलवानों के लिए न्याय मांगने की आड़ में कांग्रेस ने कुश्ती को कमजोर किया है।”
दूसरी ओर, ओलंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने कांग्रेस में शामिल होकर राजनीति में अपना पहला कदम रखा है। उन्होंने यह संकल्प लिया है कि वे न तो डरेंगे और न ही पीछे हटेंगे। विनेश फोगाट ने अपने संघर्ष को लेकर कहा, “यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, यह अदालत में जारी है, और हम उस लड़ाई को भी जीतेंगे। अब हमें जो नया मंच मिला है, उसके जरिए हम राष्ट्र की सेवा करेंगे।”
कांग्रेस ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें 32 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। इस सूची में गढ़ी सांपला-किलोई से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, होडल से राज्य कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान, और जींद जिले के जुलाना से विनेश फोगाट का नाम शामिल है। विनेश, जुलाना से चुनाव लड़ेंगी, जो किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है।
बजरंग पुनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है, जिससे उनके चुनाव लड़ने की संभावना कम हो गई है। हरियाणा विधानसभा के 90 सदस्यीय चुनाव के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा, जबकि मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।
पिछले साल, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत कई पहलवानों ने Brij Bhushan Sharan Singh के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की थी। इन विरोधों के चलते Brij Bhushan Sharan Singh को कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा। पहलवानों ने उनके नेतृत्व को तानाशाही करार दिया, जिसके बाद भाजपा ने उन्हें आगामी चुनावों में मैदान में न उतारने का फैसला किया और उनके बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि खेल और राजनीति का मिश्रण हरियाणा चुनाव में एक प्रमुख भूमिका निभाने वाला है, और आने वाले दिनों में इस पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।