Operation Northern Arrows

Operation Northern Arrows : लेबनान में इजरायल का सबसे खतरनाक सैन्य अभियान ‘नॉर्दर्न एरो’ है। इस अभियान में अब तक हिजबुल्लाह के सैकड़ों ठिकाने नष्ट हो चुके हैं। करीब 600 लोग मारे गए हैं। 1600 से ज्यादा घायल हैं। इस हमले में हिजबुल्लाह की मिसाइल यूनिट के प्रमुख इब्राहिम कोबेसी की मौत हो गई है। हमलों के डर से लेबनान के शहरों से भागने वालों की कतार लगी हुई है।

इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल हरजी हलेवी ने लेबनान पर चल रहे हमले को Operation Northern Arrows नाम दिया है। उत्तर में ऐसा क्यों हो रहा है? इस हमले में अब तक लेबनान में करीब 600 लोग मारे गए हैं। 1600 लोग घायल हैं। हिजबुल्लाह के कई नेता भी मारे गए हैं।

Operation Northern Arrows : इजरायली हमले का डर इतना है कि लेबनान के कई शहरों के लोग शहरों से भाग रहे हैं। सीमाओं पर कतार लगी हुई है। इजराइली लड़ाकू विमानों ने हिजबुल्लाह के लॉन्चर, कमांड पोस्ट, लड़ाकों के छिपे हुए घर और हथियार डिपो को निशाना बनाया है। खास तौर पर दक्षिणी लेबनान और बेका घाटी के बड़े इलाके को। इजराइल ने हिजबुल्लाह के करीब 1600 ठिकानों पर हवाई हमले किए। इजराइली लड़ाकू विमानों ने बेरूत में भी ताबड़तोड़ हमले किए, जिसमें हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता अली कराकी की मौत हो गई। जिस इमारत में वह रहता था, उसे इजराइल ने पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।

Operation Northern Arrows : कराकी हिजबुल्लाह के इब्राहिम अकील की जगह लेने वाले थे। अकील हिजबुल्लाह की राडवान फोर्स के कमांडर थे। बेरूत में एक इमारत के बेसमेंट में उनकी हत्या कर दी गई। इजराइल ने पूरी इमारत ही उन पर गिरा दी। स्थानीय मीडिया कह रहा है कि कराकी मारा गया है, लेकिन हिजबुल्लाह इससे इनकार कर रहा है। वह कह रहा है कि कराकी ठीक है। वह कह रहा है कि कराकी ठीक है।

Operation Northern Arrows : अब तक कितने हिजबुल्लाह कमांडर मारे गए… दावा किया जा रहा है कि इजराइली हमले में अब तक हिजबुल्लाह के कई बड़े कमांडर मारे गए हैं। पिछले शुक्रवार को इजरायली रक्षा बल ने पुष्टि की कि हिजबुल्लाह के 16 वरिष्ठ कमांडर मारे गए हैं। ये सभी बेरूत में एक बैठक के लिए एकत्र हुए थे। इनमें प्रमुख हैं इब्राहिम अकील, फुहाद शुक्र, विसम-अल ताविल, अबू हसन समीर, तालेब सामी अब्दुल्ला, मोहम्मद नासिर और इब्राहिम कोबेसी। कोबेसी हिजबुल्लाह की मिसाइल इकाई का प्रभारी था।

कोबेसी के बारे में इजरायली रक्षा बल ने कहा कि वह उसके आतंकी संगठन के लिए काम करता था। आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने की सारी जिम्मेदारी वह उठाता था। इस वजह से इजरायली सेना और नागरिक मारे गए हैं। इसलिए उसे मारना जरूरी था। कोबेसी हवाई हमले में मारा गया। जिस इमारत में वह रह रहा था, उस पर इजरायली सेना ने बमबारी की। इस हमले में हिजबुल्लाह के 15 और लड़ाके घायल हुए हैं।

Operation Northern Arrows : अकील के साथ वहबी और समीर जैसे बड़े नेता भी मारे गए

कहा जा रहा है कि जब इजरायल ने उन पर हमला किया तो अहमद वहबी और अबू हसन समीर भी अकील के साथ मीटिंग प्वाइंट पर थे। समीर राडवान फोर्स के पूर्व कमांडर थे। फिलहाल वे लेबनान में हिजबुल्लाह की एलीट यूनिट को ट्रेनिंग देते थे। विसम-अल ताविल सीधे अकील को रिपोर्ट करते थे। राडवान फोर्स के फील्ड कमांडर थे।

इजराइल ने जनवरी में उन्हें उस समय मार गिराया जब वे अपने शहर खिरबेत सिलम में एसयूवी में जा रहे थे। फूहाद शुकर की 30 जुलाई को हत्या कर दी गई। उन्हें हिजबुल्लाह प्रमुख नसरुल्लाह का सबसे करीबी कमांडर माना जाता था। तालेब सामी अब्दुल्ला हिजबुल्लाह की नस्र यूनिट के प्रमुख थे। दक्षिणी लेबनान में इजरायली हवाई हमले में उनकी मौत हो गई।

दक्षिणी लेबनान से आम लोग भाग रहे हैं

युद्ध के बीच फंसे आम लोग अब दक्षिणी लेबनान छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं. क्योंकि कोई नहीं जानता कि कब हिज़्बुल्लाह के रॉकेट आसमान से उनके घरों पर, उनके मोहल्लों में, सड़कों पर गिरेंगे या कब इज़रायली बम गिरेंगे। लोगों को डर है कि अगर इज़रायली सेना ने ज़मीन से हमला किया तो मुसीबत और भी बढ़ जाएगी।

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