R.G. Kar rape-murder : पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर, जो 19 सितंबर को अपनी हफ्तों लंबी हड़ताल खत्म कर चुके थे, ने एक बार फिर आंदोलन शुरू किया है। डॉक्टरों ने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए रेप और मर्डर की घटना के बाद सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) पर धीमी जांच का आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट ने एक बयान में सुप्रीम कोर्ट पर भी सवाल उठाए और कहा कि वे “इस लंबी न्यायिक प्रक्रिया से निराश और नाराज़” हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि राज्य सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की हैं, और वे पिछले हफ्तों में हुई बैठकों के बावजूद अपने वादों पर खरा नहीं उतरी है।
CBI जांच और सुप्रीम कोर्ट पर सवाल
R.G. Kar rape-murder : डॉक्टरों ने बयान में कहा, “हम समझते हैं कि आज सभी के मन में कई सवाल हैं। हमें भी सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बहुत सवाल थे। हम जानना चाहते थे कि CBI और सुप्रीम कोर्ट इस जघन्य हत्या और रेप के मामले में क्या कदम उठा रहे हैं। लेकिन CBI की जांच की धीमी गति ने हमें निराश किया। हमने पहले भी देखा है कि कई मामलों में CBI आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है, और देरी के चलते असली दोषी बच जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले की सुनवाई को लगातार टालते हुए न्यायिक प्रक्रिया को और लंबा कर दिया है।”
सुरक्षा इंतजामों की कमी
R.G. Kar rape-murder : डॉक्टरों ने यह भी कहा कि 9 अगस्त को हुई घटना के 52 दिन बाद भी अस्पतालों में सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार, राज्य सरकार ने अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का वादा किया था, लेकिन अब तक केवल कुछ ही जगहों पर ये लगाए गए हैं। साथ ही, डॉक्टरों ने सागोर दत्ता मेडिकल कॉलेज में एक गंभीर रूप से बीमार मरीज को ICU बेड न देने के झूठे आरोप का खंडन किया। डॉक्टरों ने कहा कि ICU बेड की कमी के कारण उस मरीज को बचाया नहीं जा सका, और इसके बाद डॉक्टरों पर मरीज के रिश्तेदारों ने हमला किया।
R.G. Kar rape-murder : डॉक्टरों की 10 प्रमुख मांगें
डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए 10 प्रमुख मांगें रखी हैं:
1. अभया (पीड़िता) को जल्द से जल्द न्याय मिले और न्यायिक प्रक्रिया में देरी न हो।
2. स्वास्थ्य मंत्रालय प्रशासनिक विफलता और भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी ले और स्वास्थ्य सचिव को तुरंत हटाया जाए।
3. सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में केंद्रीय रेफरल सिस्टम लागू किया जाए।
4. हर अस्पताल में डिजिटल बेड मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किया जाए।
5. हर मेडिकल कॉलेज में CCTV, ऑन-कॉल रूम और बाथरूम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जूनियर डॉक्टरों की चुनी हुई प्रतिनिधित्व वाली टास्क फोर्स बनाई जाए।
6. अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जाए, जिसमें स्थायी पुरुष और महिला पुलिसकर्मी नियुक्त किए जाएं।
7. सभी खाली पदों पर डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों की तुरंत भर्ती की जाए।
8. हर मेडिकल कॉलेज में धमकी और हिंसा में शामिल लोगों की जांच के लिए समिति बनाई जाए।
9. सभी मेडिकल कॉलेजों में छात्र परिषद के चुनाव कराए जाएं और जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए।
10. WBMC और WBHRB में फैले भ्रष्टाचार और अराजकता की तुरंत जांच कराई जाए।
सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ?
R.G. Kar rape-murder :सुप्रीम कोर्ट ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से पीड़िता का नाम और पहचान उजागर करने वाले पोस्ट हटाने का आदेश दिया। कोर्ट ने CBI की रिपोर्ट की समीक्षा की और कहा कि जांच में कुछ महत्वपूर्ण सुराग सामने आए हैं। इसके साथ ही, कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को अगले सुनवाई में वित्तीय अनियमितताओं में शामिल लोगों की जानकारी देने को कहा।
9 अगस्त को क्या हुआ था?
R.G. Kar rape-murder : 9 अगस्त को RG कर अस्पताल के सेमिनार रूम में एक महिला डॉक्टर का रेप और मर्डर कर दिया गया था। वह अपने थका देने वाले शिफ्ट के दौरान आराम करने गई थी। पुलिस ने इस अपराध के सिलसिले में संजय रॉय नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
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