विक्रांत मैसी की फिल्म ‘The Sabarmati Report’ अपनी रिलीज के बाद से ही चर्चा का विषय बनी हुई है। गोधरा कांड पर आधारित यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है, जबकि समीक्षकों से इसे औसत प्रतिक्रिया मिली है। फिल्म के कंटेंट को लेकर दर्शकों में मिली-जुली राय के बावजूद, इसकी कमाई लगातार बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण देश के राजनीतिक नेताओं द्वारा की गई तारीफ मानी जा रही है।
नेताओं की सराहना का असर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ‘The Sabarmati Report’ की प्रशंसा की है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “ये अच्छी बात है कि सच्चाई इस तरह सामने आ रही है, जिससे आम लोग इसे देख सकें। तथ्य हमेशा सामने आते हैं।”
इस राजनीतिक समर्थन ने फिल्म को नई ऊंचाइयां दी हैं। माना जा रहा है कि इन नेताओं की सराहना ने दर्शकों में उत्सुकता पैदा की और फिल्म को अधिक से अधिक लोग देखने पहुंचे।
बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन
‘The Sabarmati Report’ ने पहले वीकेंड में 6.7 करोड़ रुपये की कमाई की। हालांकि फिल्म केवल 600 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई थी, फिर भी इसके कलेक्शन ने इसे चर्चा में बनाए रखा। चौथे दिन फिल्म ने 1.23 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जो इसके पहले दिन के कलेक्शन के लगभग बराबर था। मंगलवार को फिल्म के कलेक्शन में हल्की बढ़त देखी गई, और पांचवें दिन यह 1.5 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई। अब तक यह फिल्म 10 करोड़ रुपये के करीब पहुंच चुकी है।
फिल्म की कहानी और कलाकार
फिल्म की कहानी 2002 के गोधरा कांड पर आधारित है, जो भारतीय राजनीति का एक विवादित मुद्दा है। इसमें विक्रांत मैसी एक पत्रकार की भूमिका निभा रहे हैं, जो इस घटना के पीछे की सच्चाई सामने लाने की कोशिश करता है। फिल्म में रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना भी अहम भूमिकाओं में हैं।
फिल्म को लेकर दर्शकों और समीक्षकों में भले ही भिन्न मत हों, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे भरपूर सराहना मिली है। इसके गंभीर और संवेदनशील विषय ने लोगों का ध्यान खींचा है।
ट्रेड एनालिस्ट्स का मानना है कि राजनीतिक चर्चा और वर्ड ऑफ माउथ की वजह से फिल्म आने वाले दिनों में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। गोधरा कांड जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आधारित होने के कारण यह फिल्म कई दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
‘The Sabarmati Report‘ का यह प्रदर्शन यह साबित करता है कि सही रणनीति और प्रासंगिक मुद्दों को उजागर करने वाली फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल हो सकती हैं, भले ही उन्हें आलोचकों से औसत समीक्षा मिले।