व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, प्रेमानंद महाराज ने बताया।

प्रेमानंद महाराज के सत्संग के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं।

अब उनका एक और वीडियो वायरल है, जिसमें वे व्रत के दौरान खाने की सलाह दे रहे हैं।

कुट्टू, सिंघारा, समा का चावल फलाहार के रूप में सही नहीं हैं, ये महंगे होते हैं और त्याग का प्रतीक नहीं माने जाते।

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, व्रत में फलाहार करना सही है, लेकिन कितनी मात्रा में और कैसे करना चाहिए, इसकी जानकारी जरूरी है।

उनका कहना है कि व्रत का मतलब यह नहीं कि आप दिनभर फलाहारी खाते रहें।

 व्रत का पहला नियम है कि सुबह कुछ न खाएं, केवल दोपहर 12 बजे के आसपास पानी पी सकते हैं।

अगर भूख से ज्यादा देर नहीं रह सकते, तो शाम 4 बजे के आसपास थोड़ा फल या दूध ले सकते हैं।

रात में कुछ नहीं खाना चाहिए और अगली सुबह भगवान को भोग चढ़ाकर व्रत तोड़ना चाहिए।