Maharashtra elections : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान से यह कहते हुए शिकायत की कि राज्य में बीजेपी नेता गठबंधन के सिद्धांतों का पालन नहीं कर रहे हैं। माहिम सीट से उम्मीदवार को लेकर विवाद सामने आया है, जहां शिंदे ने अपने मौजूदा विधायक सदा सर्वणकर को उम्मीदवार बनाया है, जबकि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को इसी सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया है।
Maharashtra elections :अमित ठाकरे को सीट छोड़ने की मांग
बीजेपी नेता नारायण राणे और आशीष शेलार जैसे वरिष्ठ नेताओं ने शिंदे से सदा सर्वणकर का नाम वापस लेने और अमित ठाकरे का समर्थन करने की मांग की थी। शिंदे ने इसे मानने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने आलाकमान से इस मसले पर हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने सुझाव दिया कि अमित ठाकरे को भांडुप से चुनाव लड़ना चाहिए, जहां महायुति का कोई मौजूदा विधायक नहीं है।
Maharashtra elections : बीजेपी ने बदले सुर
शिंदे की शिकायत के बाद बीजेपी नेताओं ने अपना रुख बदल लिया और अब उन्होंने सदा सर्वणकर को महायुति का आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बीजेपी ने स्पष्ट किया कि यदि किसी अन्य उम्मीदवार पर फैसला करना होगा, तो यह महायुति के शीर्ष नेताओं द्वारा तय किया जाएगा।
राज ठाकरे का जवाब
इस विवाद के बीच, राज ठाकरे ने शिंदे के खिलाफ तीखा बयान जारी किया। ठाकरे ने शिंदे पर 2022 में शिवसेना को विभाजित करने और बाल ठाकरे का नाम और चुनाव चिन्ह चुराने का आरोप लगाया। राज ठाकरे ने अपने बेटे को उनके गृह क्षेत्र से ही चुनाव लड़ाने की इच्छा जताई है।
Maharashtra elections में गहराते गठबंधन के मतभेद
Maharashtra elections में यह घटना महायुति के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेदों को उजागर करती है। इससे साफ है कि उम्मीदवारों के चयन और सीट बंटवारे के मुद्दों पर महायुति के भीतर एकता की कमी देखी जा रही है।
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