26/11 मुंबई आतंकी हमले की 16वीं बरसी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने वीर शहीदों और हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने संदेश में लिखा:
“26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमलों की बरसी पर, मैं पूरे देश के साथ उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए और उनके परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करती हूं।”
“एक आभारी राष्ट्र अपने साहसी सुरक्षाकर्मियों को नमन करता है जिन्होंने हमारे लोगों की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। यह दिन यह दोहराने का भी है कि भारत सभी प्रकार के आतंकवाद को हराने के लिए दृढ़ संकल्पित है,” उन्होंने कहा।
केंद्रीय मंत्रियों ने भी दी श्रद्धांजलि
गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी इस अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
अमित शाह ने अपने संदेश में कहा:
“आतंकवाद पूरी मानवता पर एक धब्बा है। मोदी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को पूरे विश्व ने सराहा है, और आज भारत आतंकवाद विरोधी पहलों में विश्व का नेतृत्व कर रहा है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा:
“हम याद करते हैं और उन घावों को कभी नहीं भूल सकते।”
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी अपने श्रद्धांजलि संदेश में लिखा:
“26/11 मुंबई आतंकी हमले में मातृभूमि की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों, पुलिसकर्मियों और निर्दोष नागरिकों को श्रद्धा सुमन। उनकी बहादुरी, बलिदान और शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा।”
आतंकी हमलों का दर्दनाक विवरण
26/11 के आतंकी हमले में लश्करएतैयबा के 10 आतंकियों ने पाकिस्तान से समुद्री रास्ते के जरिए मुंबई में प्रवेश किया था। इन आतंकियों ने ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, लियोपोल्ड कैफे, नरीमन हाउस और कामा अस्पताल जैसे स्थानों पर हमले किए।
इस घटना में 174 लोग मारे गए, जिनमें 20 सुरक्षाकर्मी और 26 विदेशी नागरिक शामिल थे, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए। यह हमला भारत के इतिहास में सबसे दर्दनाक आतंकी घटनाओं में से एक है।
भारत की आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता
26/11 की बरसी न केवल शहीदों और पीड़ितों को याद करने का दिन है, बल्कि यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ अटूट प्रतिबद्धता को दोहराने का भी दिन है। जैसा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और केंद्रीय मंत्रियों ने कहा, भारत सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ संकल्पित है।
आज पूरा देश इन वीर शहीदों को नमन करते हुए उनकी बहादुरी और बलिदान को याद कर रहा है।
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