BJP-Congress

BJP-Congress : संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन, 6 दिसंबर 2024, को संसद के अंदर और बाहर राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरमाया रहा। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट पर नोटों की गड्डी मिलने की घटना ने हंगामा खड़ा कर दिया। वहीं, संसद परिसर के बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा संविधान की कॉपी लहराते हुए विरोध मार्च कर रहे थे।

BJP-Congress : राज्यसभा में नोटों की गड्डी मिलने का मामला

36राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को जानकारी दी कि नियमित सुरक्षा जांच के दौरान सीट संख्या 222, जो कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है, पर नोटों की गड्डी मिली। इस घटना के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। सभापति ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होगी।

बीजेपी नेताओं ने इस घटना को “सदन की गरिमा पर हमला” बताया और मामले की गहन जांच की मांग की। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इस तरह की घटना को सार्वजनिक करना आवश्यक है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

अभिषेक मनु सिंघवी ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वे केवल 500 रुपये के नोट लेकर संसद आते हैं और यह पैसे उनके नहीं हैं।

कांग्रेस ने इस घटना को लेकर आपत्ति जताई और अभिषेक मनु सिंघवी का नाम लेने पर नाराजगी जाहिर की। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति से कहा कि जांच पूरी होने तक किसी का नाम लेना उचित नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने इसे राजनीति से प्रेरित साजिश बताया।

BJP-Congress : संसद के बाहर राहुल गांधी का विरोध मार्च

इसी दौरान, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संसद परिसर में काले मास्क पहनकर संविधान की कॉपी लहराते हुए मार्च कर रहे थे। यह मार्च अडानी समूह से जुड़े विवाद और सरकार की नीतियों के विरोध में था। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अडानी घोटाले पर चर्चा से बच रही है।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अडानी मसले पर सरकार चर्चा से भाग रही है। उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के मौके पर संविधान का हवाला देते हुए इसे लोकतंत्र के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतीकात्मक विरोध बताया।

BJP-Congress : बीजेपी का कांग्रेस पर हमला

बीजेपी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि संसद में नोटों का मामला गंभीर है और इसे किसी भी सूरत में हल्के में नहीं लिया जा सकता। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे “सदन की गरिमा पर चोट” बताते हुए जांच की मांग की।

इस घटनाक्रम ने संसद के अंदर और बाहर राजनीति को गर्म कर दिया है। जहां कांग्रेस इसे सरकार के खिलाफ लोकतंत्र की लड़ाई बता रही है, वहीं बीजेपी ने इसे कांग्रेस की असंवेदनशीलता और घोटालों से जोड़कर सवाल खड़े किए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में जांच किस दिशा में जाती है और इसके राजनीतिक परिणाम क्या होते हैं।

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