बेंगलुरु और गुजरात में बच्चों में HMPV (ह्यूमन मेटा न्यूमोवायरस) के मामले सामने आने के बाद अब महाराष्ट्र में भी इस वायरस की दस्तक हो चुकी है। देशभर में HMPV के कुल 7 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 1 मामला महाराष्ट्र से है। HMPV वायरस आमतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है, जो श्वसन तंत्र से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में
महाराष्ट्र सरकार का स्वास्थ्य विभाग इस वायरस को लेकर सतर्क हो गया है। विभाग ने राज्य के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्कता बरतने और संदिग्ध मामलों की तुरंत जांच करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, HMPV वायरस से संक्रमित व्यक्तियों में बुखार, सर्दी, खांसी, और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेना बेहद जरूरी है।
वायरस से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि HMPV वायरस से बचाव के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और सामाजिक दूरी का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण है। बच्चों और बुजुर्गों को खासतौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, हाथ धोने और मास्क पहनने जैसे एहतियाती कदमों का पालन करने से संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है।
महाराष्ट्र सरकार ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
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