महाराष्ट्र में पिछले 12 दिनों से चल रहा मुख्यमंत्री पद का सस्पेंस आज खत्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कोर कमेटी ने Devendra Fadnavis के नाम पर सहमति दी है। सूत्रों के अनुसार, Devendra Fadnavis 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। महायुति गठबंधन (बीजेपी-एनसीपी-शिवसेना) के विधायक दल की बैठक फिलहाल मुंबई में जारी है। बैठक के बाद राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
बीजेपी विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव
मुंबई में आज सुबह से बीजेपी विधायक दल की बैठक जारी है। इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं सुधीर मुनगंटीवार और चंद्रकांत पाटिल ने मुख्यमंत्री पद के लिए Devendra Fadnavis का नाम प्रस्तावित किया। इस प्रस्ताव का अनुमोदन आशीष शेलार और रवींद्र चव्हाण ने किया।
राजभवन में समर्थन पत्र सौंपने की तैयारी
बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और भूपेंद्र यादव मुंबई पहुंच चुके हैं। विधायक दल की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपेंगे। इसके साथ ही महायुति गठबंधन की सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।
Devendra Fadnavis को समर्थन में पोस्टर और कविताएं
Devendra Fadnavis को समर्थन देने के लिए नागपुर में पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में एक कविता लिखी गई है जिसका शीर्षक है, ‘वापस आना पड़ता है’। यह कविता फडणवीस के राजनीतिक संघर्ष और उनकी वापसी को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाती है।
शिवसेना और एनसीपी का समर्थन
महायुति गठबंधन में शिवसेना और एनसीपी की अहम भूमिका है। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री बनने पर सहमति जता दी है। वहीं, एनसीपी के अजित पवार वित्त मंत्री का पद संभाल सकते हैं। शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई में होगा, जिसमें तीनों प्रमुख नेता – देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार – अपने-अपने पद की शपथ लेंगे।
सत्ता साझा करने का फॉर्मूला
महायुति सरकार के तहत मंत्रिमंडल में सत्ता का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। बीजेपी को गृह और राजस्व जैसे प्रमुख विभाग मिलने की संभावना है, जबकि शिवसेना को शहरी विकास और एनसीपी को वित्त विभाग सौंपा जाएगा। बीजेपी को विधानसभा अध्यक्ष का पद भी मिलने की उम्मीद है।
राजनीतिक गतिरोध समाप्त
बीते दिनों मुख्यमंत्री पद को लेकर महायुति में असहमति की खबरें आई थीं। लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने सभी दलों के साथ बातचीत कर गतिरोध समाप्त कर दिया। फडणवीस और शिंदे के बीच हुई बैठक को इस दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
महाराष्ट्र में Devendra Fadnavis के नेतृत्व में महायुति गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। यह सरकार राज्य में स्थिरता और विकास की दिशा में नई पहल करेगी। फडणवीस की वापसी महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
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