Eknath Shinde : महाराष्ट्र की राजनीति में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से चल रही अस्थिरता अब समाप्त हो गई है। बुधवार को देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री चुना गया, जिससे शिवसेना (Eknath Shinde गुट) के नेता Eknath Shinde के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की उम्मीदें खत्म हो गईं।
संजय राउत का बड़ा बयान : “Eknath Shinde का युग खत्म”
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे का समय समाप्त हो गया है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “Eknath Shinde का युग दो साल का था। उनकी जरूरत पूरी हो गई, अब उन्हें फेंक दिया गया है। वे इस राज्य में फिर कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।” राउत ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने Eknath Shinde की पार्टी को तोड़ने की योजना बनाई है।
बीजेपी की रणनीति पर सवाल
संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह उनकी रणनीति रही है कि जिनके साथ वे काम करते हैं, उनकी पार्टी को तोड़ देते हैं। राउत ने यह भी कहा कि बीजेपी के पास बहुमत होने के बावजूद सरकार बनाने में 15 दिन लग गए, जो इस बात का संकेत है कि महायुति (एनडीए गठबंधन) के भीतर सबकुछ सही नहीं है।
Eknath Shinde की सीएम बनने की उम्मीदें टूटीं
चुनाव परिणाम आने के बाद यह कहा जा रहा था कि एकनाथ शिंदे दोबारा मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। शिवसेना (Eknath Shinde गुट) का तर्क था कि उनकी नीतियों की वजह से ही महायुति ने शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन बीजेपी ने अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया और Eknath Shinde को डिप्टी सीएम पद का ऑफर दिया।
Eknath Shinde की मांग : गृह मंत्रालय भी चाहिए
सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने के साथसाथ गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी भी मांगी। हालांकि, बीजेपी गृह मंत्रालय अपने पास रखने पर अड़ी हुई है। एकनाथ शिंदे ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर गृह मंत्रालय नहीं मिला, तो वे सरकार में शामिल नहीं होंगे। देवेंद्र फडणवीस ने उनसे बातचीत कर भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर आलाकमान से चर्चा की जाएगी।
चुनाव परिणाम : महायुति को बड़ी जीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को 232 सीटों पर जीत मिली। इसमें बीजेपी ने 132, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) ने 57, और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटें हासिल की। विपक्षी महा विकास अघाड़ी इस बार बुरी तरह पिछड़ा, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) ने 20, एनसीपी (शरद पवार गुट) ने 10, और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की।
देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में स्थिरता की उम्मीद की जा रही है। हालांकि, महायुति के भीतर मतभेद और Eknath Shinde की नाराजगी भविष्य में गठबंधन के लिए चुनौती बन सकती है।
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