Jalaun : उत्तर प्रदेश के Jalaun जिले के उरई में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की सिटी शाखा से 81 लाख रुपये के सोनेचांदी के गहने चोरी होने का मामला सामने आया है। पीड़ित ग्राहक आनंद स्वरूप श्रीवास्तव ने बैंक मैनेजर और कर्मचारियों पर लॉकर तोड़कर गहने चोरी करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस और बैंक दोनों इस मामले की जांच कर रहे हैं।
Jalaun : चोरी हुए गहनों का विवरण
पीड़ित आनंद स्वरूप श्रीवास्तव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने 13 अगस्त 2024 को आखिरी बार अपने लॉकर को खोला था। उस समय लॉकर में तीन डिब्बों में कीमती पुश्तैनी गहने रखे हुए थे। गहनों में चार सोने के हार, 16 सोने की चूड़ियां, 10 अंगूठियां, एक हाफ पेटी चांदी, और 90 चांदी के सिक्के शामिल थे। जब उन्होंने बैंक कर्मचारियों द्वारा लॉकर टूटने की सूचना मिलने पर इसे चेक किया, तो गहने गायब थे।
Jalaun : बैंककर्मियों पर आरोप
आनंद स्वरूप ने अपनी शिकायत में बैंक के मैनेजर अंकित तिवारी और एकाउंटेंट प्रणय श्रीवास्तव समेत अन्य कर्मचारियों पर मिलकर चोरी करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि घटना के वक्त ये सभी कर्मचारी बैंक में मौजूद थे।
Jalaun : पुलिस की कार्रवाई
इस मामले में उरई कोतवाली में शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक उमेश पांडे ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बैंक लॉकर की सुरक्षा और रिकॉर्ड्स की जांच शुरू कर दी है ताकि घटना की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
Jalaun : बैंक का पक्ष
स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अमरपाल सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बैंक भी अपनी तरफ से जांच कर रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस को हर संभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
Jalaun : क्या कहता है कानून?
बैंक लॉकरों में रखी संपत्ति को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी बैंक की होती है। हालांकि, बैंक अक्सर लॉकर की सामग्री के नुकसान की भरपाई नहीं करता, क्योंकि इसमें बैंक की कोई जानकारी नहीं होती कि लॉकर में क्या रखा गया है। ऐसे मामलों में ग्राहक को अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए खुद से सावधानी बरतनी होती है।
Jalaun : क्षेत्र में मची हलचल
यह घटना जालौन जिले में चर्चा का विषय बन गई है। लोग बैंक लॉकरों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं। यह मामला न केवल बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि ग्राहकों के विश्वास को भी झकझोरता है।
81 लाख रुपये की चोरी का यह मामला बैंकिंग क्षेत्र की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। पुलिस और बैंक की जांच से ही यह साफ हो पाएगा कि चोरी का असली जिम्मेदार कौन है। फिलहाल, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन और बैंक दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
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