Khan Sir

सोशल मीडिया पर अपनी अलग पहचान रखने वाले Khan Sir के ट्विटर हैंडल ‘खान ग्लोबल स्टडी’ पर छात्रों को गुमराह करने वाले फेक पोस्ट का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला तब चर्चा में आया जब 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में बदलाव के खिलाफ हो रहे छात्रों के प्रदर्शन के दौरान खान सर को पुलिस ने हिरासत में लिया।

पटना पुलिस ने क्या कहा?

पटना के एसडीपीओ सचिवालय डॉ. अन्नू कुमार ने साफ किया है कि Khan Sir की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि Khan Sir को गुरुवार देर शाम गर्दनीबाग पुलिस ने उनके आग्रह पर अटल पथ पर उनके वाहन के पास छोड़ दिया था। सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की अफवाहें गलत हैं।

प्रदर्शन और छात्रों का आक्रोश

छात्रों के साथ प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने Khan Sir को हिरासत में लिया था। बाद में, थाने के बाहर बड़ी संख्या में छात्रों ने जमा होकर नारेबाजी की और उन्हें रिहा करने की मांग की। बढ़ते दबाव के बीच पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।

बीपीएससी का स्पष्टीकरण

छात्रों के विरोध को देखते हुए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने परीक्षा को लेकर स्पष्ट किया कि 13 दिसंबर को होने वाली प्रारंभिक परीक्षा में Normalization प्रक्रिया अपनाए जाने की खबरें पूरी तरह से भ्रामक हैं। आयोग ने कहा कि किसी भी विज्ञापन या सूचना में नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया का जिक्र नहीं किया गया है। परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि और समय पर आयोजित की जाएगी।

नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया क्या है?

नॉर्मलाइजेशन परीक्षा की एक तकनीकी प्रक्रिया है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब परीक्षा एक से अधिक पालियों में होती है। इसमें अलग-अलग पालियों में परीक्षा की कठिनाई स्तर को समान करने के लिए अंकों का संतुलन किया जाता है। बीपीएससी ने स्पष्ट किया है कि 70वीं परीक्षा में यह प्रक्रिया लागू नहीं की जाएगी।

Khan Sir का स्टेटस और अगली कार्रवाई

पटना पुलिस के अनुसार, Khan Sir न तो गिरफ्तार हैं और न ही उनके खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई हुई है। हालांकि, एफआईआर दर्ज होने के बाद मामले की जांच जारी है।BPSC ने छात्रों को गुमराह करने के लिए कोचिंग संचालकों और स्थानीय छात्र नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। आयोग ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांतिपूर्वक परीक्षा की तैयारी करें।

यह मामला छात्रों और शिक्षकों के बीच संवाद की आवश्यकता को उजागर करता है ताकि इस तरह की भ्रामक स्थिति न बने।

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