Maharashtra elections : महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनकी पत्नी अमृता फडणवीस पर की गई टिप्पणियों को लेकर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की विवादास्पद टिप्पणियों पर फडणवीस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे विपक्ष की हताशा करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को अब यह एहसास हो गया है कि वे महायुति (भाजपा शिव सेना एनसीपी) गठबंधन को हरा नहीं सकते, इसलिए उनके और उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।
Maharashtra elections : कन्हैया कुमार की टिप्पणी पर फडणवीस की प्रतिक्रिया
एक साक्षा त्कार के दौरान फडणवीस ने कहा, “यह बहुत शर्मनाक है कि मेरी पत्नी को लेकर इस तरह की आपत्तिजनक बातें कही जा रही हैं। अगर विपक्ष के पास मुद्दों की कमी है तो उन्हें राजनीति छोड़ देनी चाहिए। इस तरह की टिप्पणी से उनकी सोच और मानसिकता का पता चलता है।” उन्होंने आगे कहा, “मेरी पत्नी ने इंस्टाग्राम पर एक साधारण रील साझा की थी, और इसके बाद विपक्ष ने मेरे खिलाफ व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए। यह दिखाता है कि वे कितने बौखलाए हुए हैं।”
फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिलाओं के विकास और नेतृत्व पर जोर देने वाली नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि विपक्ष ऐसी टिप्पणियां करके महिलाओं का अपमान कर रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजनीति में संयम रखना जरूरी है और उन्होंने अपनी पत्नी से भी यही कहा।
Maharashtra elections : विपक्ष को पानी में डूब जाना चाहिए, फडणवीस
फडणवीस ने विपक्ष पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “अगर विपक्ष के पास मुझसे लड़ने का साहस है तो वे सीधे मुझसे टकराएं। मेरी पत्नी या परिवार को इसमें घसीटने की कोई जरूरत नहीं है। उनकी इस हरकत को देखकर किसी भी पढ़ेलिखे व्यक्ति को शर्म आ जाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष को अपनी इस हरकत पर शर्म आनी चाहिए और उन्हें पानी में डूब जाना चाहिए।
Maharashtra elections : शरद पवार को बताया “भीष्म पितामाह”
फडणवीस ने एनसीपी नेता शरद पवार पर भी तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा कि शरद पवार को राजनीतिक दलों और परिवारों को तोड़ने का मास्टरमाइंड बताते हुए उन्हें “भीष्म पितामाह” कहा। उन्होंने यह आरोप लगाया कि शरद पवार ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए विभिन्न दलों और परिवारों को तोड़ा।
आगामी Maharashtra elections
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में 288 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी) के पास सत्ता बनाए रखने की चुनौती है, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (शिवसेनायूबीटी, एनसीपीएसपी और कांग्रेस) इसे सत्ता से बाहर करने की कोशिश में जुटी है।
चुनाव का माहौल गरमाता जा रहा है, और व्यक्तिगत टिप्पणियों से राजनीति और भी विवादास्पद हो रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला मतदाताओं के दृष्टिकोण को कितना प्रभावित करता है।
राजनीति में व्यक्तिगत टिप्पणियों का इस्तेमाल करना नया नहीं है, लेकिन यह स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए हानिकारक है। फडणवीस ने जिस तरह विपक्ष पर निशाना साधा है, वह उनकी राजनीतिक रणनीति को दर्शाता है। अब देखना यह होगा कि आगामी चुनाव में यह घटनाक्रम क्या भूमिका निभाएगा।
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