Nakabandi Yojana : उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक नई रणनीति तैयार की है। ‘नाकाबंदी योजना’ के तहत प्रदेश के सभी जिलों में अपराधियों को पकड़ने के लिए जिला सीमा सील करने की व्यवस्था की जाएगी। यह योजना अपराध होने के तुरंत बाद लागू होगी ताकि अपराधी दूसरे जिले या प्रदेश में भाग न सकें।
Nakabandi Yojana : क्या है खास?
इस योजना के तहत जिले के हॉटस्पॉट्स पर पुलिसकर्मी अत्याधुनिक उपकरणों और हथियारों से लैस रहेंगे। इसके अलावा:
सीमा सील : अपराध होने के तुरंत बाद जिले की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा।
हॉटस्पॉट सुरक्षा : सभी हॉटस्पॉट्स पर पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे।
आधुनिक तकनीक का उपयोग : सीसीटीवी कैमरे, नाइट विजन उपकरण, और पुलिस बैरियर लगाए जाएंगे।
जिलों की सीमाओं का होगा पुनर्गठन
डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के थाना क्षेत्रों के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट को नए सिरे से चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं।
- सुनसान रास्तों की पहचान की जाएगी।
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के नए रास्तों को भी चिन्हित किया जाएगा।
- इन स्थानों पर सीसीटीवी और अन्य निगरानी उपकरण अनिवार्य होंगे।
मॉक ड्रिल और बीट प्रभारियों की भूमिका
- नाकाबंदी योजना को प्रभावी बनाने के लिए समयसमय पर मॉक ड्रिल की जाएगी।
- डायल 112 और बीट पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से तैनात किया जाएगा।
- रेंज और जोन स्तर पर योजना को लागू करने की तैयारी होगी।
Nakabandi Yojana : अपराधियों पर शिकंजा कसने का उद्देश्य
इस योजना का मकसद है कि अपराधी वारदात के बाद जिले से बाहर भागने में सफल न हो सकें। पुलिस उनकी पहचान और सुराग जुटाकर उन्हें जल्द गिरफ्तार कर सके। यह पहल यूपी में अपराध नियंत्रण के लिए बड़ा कदम साबित हो सकती है।
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