Vadhavan Port

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र के पालघर में Vadhavan port परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत लगभग 76,000 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही वे 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे, जिनकी लागत लगभग 1,560 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (JFF) 2024 को संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री आज दोपहर 1:30 बजे पालघर के सिडको ग्राउंड पर कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें सबसे प्रमुख Vadhavan port का शिलान्यास है। Vadhavan port भारत का 13वां प्रमुख बंदरगाह और पहला अपतटीय बंदरगाह होगा। यह बंदरगाह सभी मौसमों में खुला रहेगा, और इसका ड्राफ्ट 80 मीटर से अधिक होगा। यह मुंबई से 110 किलोमीटर और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होगा। परियोजना पूरी होने पर यह दुनिया के टॉप 10 कंटेनर बंदरगाहों में शामिल होने की उम्मीद है और इसकी कुल लागत 76,000 करोड़ रुपये है।

जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (JNPA) और महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड (MMB) ने मिलकर एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) वधावन पोर्ट प्रोजेक्ट लिमिटेड (VPPL) का गठन किया है, जो Vadhavan port का निर्माण कर रहा है। इस परियोजना में JNPA के पास 74% और MMB के पास 26% शेयर हैं। यह बंदरगाह सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत विकसित किया जा रहा है और इसकी विभिन्न परियोजना चरणों को पूरा करने की योजना है। पहला चरण 2029 तक पूरा होने की उम्मीद है।

पालघर जिले के डहाणू के पास स्थित Vadhavan port देश के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। यह बंदरगाह भारत के सबसे बड़े गहरे पानी वाले बंदरगाहों में से एक होगा, जो अंतरराष्ट्रीय समुद्री परिवहन के लिए सीधे संपर्क प्रदान करेगा। इससे समय की बचत होगी और लागत भी कम होगी। Vadhavan port अत्याधुनिक तकनीक और बुनियादी ढांचे से लैस होगा, और इसकी प्रबंधन प्रणाली भी आधुनिक होगी।

Vadhavan port परियोजना से रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा, और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस परियोजना में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए और कड़े पारिस्थितिक मानकों का पालन करते हुए सतत विकास को प्राथमिकता दी गई है। यह बंदरगाह भारत के समुद्री संपर्क को बेहतर बनाएगा और वैश्विक व्यापार के केंद्र के रूप में देश की स्थिति को और मजबूत करेगा।

प्रधानमंत्री इसके बाद 1,560 करोड़ रुपये की लागत से 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं और उत्पादकता को बढ़ाना है। इन पहलों से मत्स्य पालन क्षेत्र में पांच लाख से अधिक नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री लगभग 360 करोड़ रुपये की लागत से मछली पकड़ने वाले जहाजों के लिए एक नई संचार और सहायता प्रणाली शुरू करेंगे। इस योजना के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मछली पकड़ने वाली मशीनीकृत और मोटर चालित नौकाओं पर धीरे-धीरे 1 लाख ट्रांसपोंडर लगाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 के एक विशेष सत्र को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, और फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल द्वारा मिलकर किया जा रहा है।

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