Maharashtra Assembly Elections से पहले चुनाव आयोग ने एनसीपी (शरद पवार गुट) द्वारा चुनाव चिन्ह “तुरही” हटाने की मांग को खारिज कर दिया है। शरद पवार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव चिन्हों के आवंटन पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार चुनाव आयोग को है और अब इस पर आगे कोई कार्रवाई संभव नहीं है.
Maharashtra Assembly Elections : दरअसल, एनसीपी (शरद पवार गुट) ने “तुरही” चिन्ह को हटाने का अनुरोध किया था, क्योंकि यह उनके गुट को आवंटित “तुरही बजाते हुए आदमी” चिन्ह के समान है। उन्हें डर था कि इससे मतदाताओं के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है. चुनाव आयोग ने इस अनुरोध को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ स्वतंत्र उम्मीदवारों को “तुरही” चिन्ह आवंटित किया गया था, इसलिए इसे हटाने का कोई औचित्य नहीं है।
Maharashtra Assembly Elections : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी. राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए यह चुनाव एक ही चरण में होगा. इस संबंध में चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है, इसलिए चुनाव नतीजे उससे पहले घोषित किए जाएंगे.
Maharashtra Assembly Elections : इस चुनाव में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार के सामने सत्ता बरकरार रखने की चुनौती है। महायुति गठबंधन में बीजेपी और बालासाहेब शिवसेना शामिल हैं, जो एक मजबूत चुनावी गठबंधन बनकर उभरे हैं. दूसरी ओर, विपक्ष में शरद पवार गुट, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) जैसे प्रमुख दल मैदान में हैं। चुनाव में एनसीपी के दोनों गुटों के बीच टकराव, महायुति की रणनीति और विपक्ष की तैयारी समेत कई मुद्दे अहम होंगे. यह चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति में कई मायनों में निर्णायक साबित हो सकता है.
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